• (+91)9910228714
  • (+91)7701961773
  • info@shripooja.com

ब्लॉग

श्री पूजा सर्विसेज में आपका स्वागत है

  • पं.शांति भूषण शुक्ल
  • कर्म कांड और वास्तु सलाहकार
  • संस्कृत(पी.एच.डी.)
  • सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय,वाराणसी

श्री पूजा सर्वोत्तम मुहूर्त और पूजा सामग्री के साथ बुकिंग से लेकर सही पंडित नियुक्त करने तक की पूरी प्रक्रिया का ध्यान रखती है। अब आपको बस इतना करना है कि हम काम करते समय आराम से बैठें और यह सुनिश्चित करें कि आपकी पूजा का अनुभव परेशानी मुक्त हो और आपकी संतुष्टि के अनुरूप हो। आप पूजा सेवा के लिए श्री पूजा ऑनलाइन मंच द्वारा गुरु जी को फोन नंबरो (+91)-9910228714, (+91)-7701961773 पर या व्हाट्सएप @9910228714 पर भी बुक कर सकते हैं, या हमें info@shripooja.com पर ईमेल कर सकते हैं।

श्री पूजा सर्विसेज में परेशानी मुक्त और संतुष्टिदायक पूजा

  • पं.शांति भूषण शुक्ल
  • कर्म कांड और वास्तु सलाहकार
  • संस्कृत(पी.एच.डी.)
  • सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय,वाराणसी

बत्तीस साल के समय के अनुभव और विशेषज्ञता के साथ वैदिक अनुष्ठान का गौरव" सार्वजनिक,निजी ,कॉर्पोरेट एवं सामाजिक सुखी संपन्न यजमान अद्भुत पूजा अनुभव के साथ. आप पूजा सेवा के लिए आप पूजा सेवा के लिए श्री पूजा ऑनलाइन मंच द्वारा गुरु जी को फोन नंबरो (+91)-9910228714, (+91)-7701961773 पर या व्हाट्सएप@9910228714 पर भी बुक कर सकते हैं,या हमें info@shripooja.com पर ईमेल कर सकते हैं।

यज्ञ,यज्ञोपवीत का महत्व

  • पं.शांति भूषण शुक्ल
  • कर्म कांड और वास्तु सलाहकार
  • संस्कृत(पी.एच.डी.)
  • सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय,वाराणसी

यज्ञ में देवताओं का आह्वान किया जाता है। उन्हें अग्नि के माध्यम से मंत्र बोलते हुए आहुतियां दी जाती हैं। विशेष यज्ञ,होम,हवन के आयोजन से जीवन में अशुभ ग्रहों के प्रभाव और अन्य कारणों से होने वाली पीड़ा को कम किया जा सकता है। इस अनुष्ठान को करने से अच्छा स्वास्थ्य, समृद्धि, सुखद वैवाहिक संबंध तथा और विशिष्ट लाभ मिलते हैं। वैदिक परंपरा में किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान में यज्ञ अथवा होम (हवन) को एक अनिवार्य अंग माना जाता है। इससे देवताओं को आहुति देकर पुष्ट किया जाता है, साथ ही पर्यावरण भी शुद्ध होता है। माना जाता है कि जहां यज्ञ किए जाते हैं, वहां पर साक्षात देवताओं का वास होता है। रामायण तथा अन्य धार्मिक ग्रंथों में भी कहा गया है कि सौ अश्वमेघ यज्ञ करने वाले व्यक्ति को इंद्र पद प्राप्त होता है। विविध मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शास्त्रों में बहुत से अनुष्ठान बताए गए हैं। इन सभी अनुष्ठानों में हवन या यज्ञ करना अनिवार्य माना गया है। इसके बिना अनुष्ठान विफल माना जाता है। अत: होम के द्वारा आप अनुष्ठान कर अपनी इच्छाएं पूर्ण कर सकते हैं। बत्तीस साल के समय के अनुभव और विशेषज्ञता के साथ वैदिक अनुष्ठान का गौरव" सार्वजनिक,निजी ,कॉर्पोरेट एवं सामाजिक सुखी संपन्न यजमान अद्भुत पूजा अनुभव के साथ. आप पूजा सेवा के लिए आप पूजा सेवा के लिए श्री पूजा ऑनलाइन मंच द्वारा गुरु जी को फोन नंबरो (+91)-9910228714, (+91)-7701961773 पर या व्हाट्सएप@9910228714 पर भी बुक कर सकते हैं,या हमें info@shripooja.com पर ईमेल कर सकते हैं।

रुद्राभिषेक पूजा का महत्व

  • पं.शांति भूषण शुक्ल
  • कर्म कांड और वास्तु सलाहकार
  • संस्कृत(पी.एच.डी.)
  • सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय,वाराणसी

रुद्र यानी शिव,वेदों में भगवान शिव को रुद्र कहा गया है। माना जाता है रुतम दु:खम द्रावयति नाशयतीतिरुद्र अर्थात् भगवान रुद्र यानी कि शिव सभी दु:खों को दूर कर देते हैं और वे परम कल्याणकारी है। वैसे तो भगवान शिव जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन उन्हें तुरंत प्रसन्न करके उनसे मनचाहा आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए वेदों और पुराणो में रुद्राभिषेक पूजा को सबसे श्रेष्ठ बताया गया है। रुद्राभिषेक पूजा के कई लाभ है। यजुर्वेदिय पद्घति से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है। इससे सभी ग्रह बाधाएं भी दूर हो जाती है। महाशिवरात्रि या किसी भी पवित्र दिन यदि आप रुद्राभिषेक पूजा करते हैं या करवाते हैं, तो निश्चित ही आपको मनचाहा वरदान प्राप्त होता है। यहीं नहीं आपकी रक्षा के लिए महादेव सदैव आपके आसपास रहते हैं। भगवान शिव की किसी भी तरह की पूजा हमेशा लाभ दायक ही होती है। यदि आप किसी विशेष शिव मंदिर में रुद्राभिषेक पूजा करवा रहे हैं, तो रुद्राभिषेक पूजा के लाभ आपको जरूर प्राप्त होंगे। शिवपुराण में भगवान रुद्र के अभिषेक का बड़ा महत्व बताया गया है। आप पूजा सेवा के लिए आप पूजा सेवा के लिए श्री पूजा ऑनलाइन मंच द्वारा गुरु जी को फोन नंबरो (+91)-9910228714, (+91)-7701961773 पर या व्हाट्सएप@9910228714 पर भी बुक कर सकते हैं,या हमें info@shripooja.com पर ईमेल कर सकते हैं।